Khaskhas Ke Fayde - खसखस के फायदे

आज इस लेख में हम खसखस ​​के बारे में बात करेंगे जो अपने अत्यधिक पौष्टिक गुणों के कारण सदियों से कई रूपों में उपयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है। इसका उपयोग मसाले के रूप में स्वाद बढ़ाने या ग्रेवी बनाने के लिए भी किया जाता है। इसका उपयोग ब्रेड, केक, पेस्ट्री, कुकीज, कन्फेक्शनरी और मिठाइयों में भी किया जाता है।

Khaskhas Ke Fayde - खसखस  के  फायदे

खसखस क्या है? - What Are Poppy Seed

खसखस पोस्ता या पॉपी (Poppy) नामक पौधा का बीज होता है जो सफेद या नीले रंग का होता हैं। खसखस को पोस्ता दाना या पॉपी सीड्स के नाम से भी जाना जाता है। यह छोटे दानों के रूप में राई के समान होता है।  इसका वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) पैपेवर सोम्नीफेरम (Papaver Somniferum) है। इसमें 40 से 60 प्रतिशत तेल होता है जो खाने में काम आता है। खसखस का उपयोग भारतीय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने और स्वास्थ्य लाभ के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। खसखस में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस, फाइबर और कई अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह अपने औषधीय और पौष्टिक गुणों के कारण बहुत लोकप्रिय है।

खसखस को संक्रमण से होने वाले खांसी, अस्थमा और दस्त का इलाज में किया जाता है। इसका तेल का उपयोग मुख्यतः साबुन, पेंट और वार्निश बनाने में किया जाता है। खसखस में ओपियेट्स (मॉर्फिन, कोडीन, नारकोटीन, लॉडेनिन, पैपवेरिन, ऑरिपेविन) पाया जाता है इसलिए यह व्यापक रूप से औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है जो ऐंठन (Spasm), दर्द (Pain), उत्तेजना (Excitement), व्यवहार परिवर्तन (Behavior Change), नींद लाने के लिए (To Induce Sleep) और चिंता को दूर करने में (To Relieve Anxiety) मदद करता है।

खसखस के प्रकार - Types Of Poppy Seeds

मुख्यतः खसखस तीन प्रकार का होता है। 

1. सफेद खसखस - White Poppy Seeds
सफ़ेद खसखस का इस्तेमाल मुख्यतः भारत सहित अन्य एशियाई देशो में किया जाता है , इसको एशियाई खसखस भी कहा जाता है।
2. नीले खसखस - Blue Poppy Seeds
नीले खसखस को यूरोपियन खसखस कहा जाता है इनका उपयोग सामान्यतः कन्फेक्शनरी और बेकिंग, बिस्कुट, चॉकलेट और केक में किया जाता है।
3. ओरिएंटल - Oriental Poppy Seeds
इसे ओपियम पॉपी (Opium Poppy) भी कहा जाता है, इसका उपयोग औषधीय रूप में, खसखस ​​​​के तेल के लिए और बेकिंग में किया जाता है।


Khaskhas Ke Fayde - खसखस के फायदे

1. प्रजनन क्षमता में सुधार करता है खसखस - Poppy Seed Improves Fertility.

खसखस महिला प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खसखस के तेल से फ्लश करने से फैलोपियन ट्यूब से बलगम या मलबा को हटाने या फैलोपियन ट्यूब में रुकावट को दूर करने में मदद करता है और गर्भधारण में सहायता करता हैं। कई शोध यह भी बताते हैं कि खसखस ​​में लिग्निन की मौजूदगी कामेच्छा को बढ़ाकर यौन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता हैं। 

2. अनिद्रा से लड़ता है खसखस - Poppy Seeds Fight Insomnia.

खसखस नींद लाने में कारगर होता है। खसखस तनाव के स्तर को कम करने में मदद करता है। उन्हें चाय के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है या पेस्ट बनाकर सॉस के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। अच्छी नींद के लिए आप खसखस ​​के पेस्ट को गर्म दूध में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।

3. हड्डियों और दांतो को स्वस्थ रखे खसखस - Poppy Seeds Keep Bones And Teeth Healthy.

खसखस में मौजूद कॉपर और कैल्शियम हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं। खसखस में मौजूद मैंगनीज प्रोटीन कोलेजन के विकास में मदद करता है जो हड्डियों को नुकसान से बचाने में मदद करता है।

4. पाचन में सुधार करता है खसखस - Poppy Seeds Improve Digestion.

खसखस में फाइबर होता है जो पाचन को बढ़ावा देने और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने में बेहद फायदेमंद होता है, जिससे कब्ज, गैस बनना, अपच और पेट फूलने जैसी पेट की बीमारियों से राहत मिलती है।

5. हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है खसखस - Poppy Seeds Improve Heart Health.

खसखस में मौजूद फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को ऊपर रखता है। खसखस आयरन से भरपूर होता है जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। शोध बताते हैं अनसैचुरेटेड फैट्स से युक्त आहार दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को 17% तक कम कर सकते हैं। खसखस मोनो और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है। खसखस में मौजूद ओलिक एसिड रक्तचाप के स्तर को कम करता है और ओमेगा-6 फैटी एसिड इसे हृदय के लिए बेहद फायदेमंद बनाता है।

6. त्वचा को स्वस्थ रखता है खसखस - Poppy Seeds Keep The Skin Healthy.

खसखस में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा की चमक बढ़ाने में काफी मददगार होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और जरूरी पोषक तत्वों के कारण यह त्वचा की सूजन को कम करता है। खसखस के पेस्ट को फेस मास्क के रूप में लगाने से मुंहासे और फुंसियों का इलाज करने में मदद मिलती है और आपकी त्वचा सुंदर, चमकदार और मुलायम बनती है। खसखस में लिनोलिक एसिड की उच्च मात्रा इसे एक्जिमा, जलन और खुजली के इलाज में बेहद प्रभावी बनाती है।

7. आँखों के लिए बढ़िया है खसखस - Poppy Seeds Are Good For The Eyes.

खसखस में जिंक और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं जो दृष्टि में सुधार करते हैं और मैकुलर डिजनरेशन जैसी बीमारियों को भी होने से रोकते हैं।

8. गुर्दे की पथरी के इलाज में खसखस - Poppy Seeds In The Treatment Of Kidney Stones

खसखस में पोटैशियम पाया जाता है जो गुर्दे की पथरी के इलाज में मदद करता है और उन्हें दोबारा होने से भी रोकता है।  

9. मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार करता है खसखस - Poppy Seeds Improve Brain Health.

खसखस में आयरन होता है जो रक्त को शुद्ध करने और रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। खसखस का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, जो आपके मस्तिष्क सहित शरीर के हर हिस्से को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है, जो मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने और आपकी याददाश्त में सुधार करने में मदद कर सकता है।


10. थायराइड के लिए अच्छा है खसखस - Poppy Seeds Good For Thyroid.

जिंक थायरॉयड ग्रंथि के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है, जिंक की कमी से थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो सकता है। सेलेनियम एक सूक्ष्म पोषक तत्व है जो शरीर में थायराइड हार्मोन के चयापचय के लिए आवश्यक है। खसखस में जिंक और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो थायराइड के लिए अच्छे होते हैं।

11. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है खसखस - Poppy Seeds Improve Mental Health.

खसखस में सही मात्रा में आयोडीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और कॉपर होता है जो स्वस्थ तंत्रिका तंत्र को बनाए रखने में मदद करता है। खसखस में अपेक्षाकृत कम मात्रा में अल्कलॉइड होते हैं और इसका उपयोग विभिन्न तंत्रिका विकारों के उपचार में किया जाता है। यह चिड़चिड़ापन को शांत करने में मदद करता है। खसखस का सेवन शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को भी कम करता है और तनाव के स्तर को कम करने में मदद करता है।जिसके परिणामस्वरूप मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य स्वस्थ होता है और दिमाग शांत होता है।

12. मुंह के छालों के उपचार में खसखस - Poppy Seeds In The Treatment Of Mouth Ulcers.

चूंकि इसकी तासीर ठंडी होती है जो हमारे शरीर में ठंडक पैदा करती है इसके अलावा इसमें फाइबर भी मौजूद होता है जिससे पाचन भी अच्छा रहता है और पेट अच्छे से साफ होता है जिससे पेट की गर्मी कम हो जाती है। इस तरह खसखस ​​मुंह के छालों के इलाज में मदद कर सकता है।

खसखस को पीसकर उसमें सूखा नारियल और पिसी हुई मिश्री मिलाकर गोली बनाकर चूसने से मुंह के छालों में तुरंत आराम मिलता है।

13. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है खसखस - Poppy Seeds Increase Immunity.

खसखस का प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने, रोगाणुओं का प्रतिरोध करने और शरीर को विभिन्न संक्रमणों से बचाने में मदद करता है। इसमें मजबूत एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटीफंगल गुण भी होते हैं और मिनरल जिंक की उपस्थिति होती है जो बुखार, सामान्य सर्दी, गले में खराश और अन्य श्वसन संबंधी विसंगतियों जैसे संक्रमणों को रोकने में बेहद प्रभावी है।

14. रूसी से निजात दिलाता है खसखस - Poppy Seeds Get Rid Of Dandruff.

भीगे हुए खसखस, सफेद मिर्च और दही का पेस्ट बनाकर बालों में लगाएं। आधे घंटे के लिए छोड़ दें और धो लें।रूसी से निजात पाने के लिए आप इसका इस्तेमाल नियमित रूप से कर सकते हैं।

15. नेचुरल एनाल्जेसिक के काम करता है खसखस - Poppy Seeds Act As A Natural Analgesic.

खसखस का इस्तेमाल सदियों से दर्द दूर करने के लिए किया जाता रहा है।कई चिकित्सकों ने अपने रोगियों को दर्द और परेशानी से आराम दिलाने के लिए खसखस ​​​​का प्रयोग इसके एनाल्जेसिक गुणों के कारन करते है। कुछ रिपोर्ट दर्द को कम करने के लिए गर्म पानी में खसखस मिलाकर बनाई गई खसखस ​​की चाय के सेवन का भी सुझाव देती हैं। ओपियम खसखस में दर्द निवारक गुण काफी अधिक होता है।

खसखस के पौष्टिक तत्व - Nutritional Value Of Poppy Seeds

खसखस में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की सूची नीचे दी गई है।

क्रमांकपोषक तत्वमात्रा (प्रति 100 ग्राम )
1.ऊर्जा525 किलो कैलोरी
2.प्रोटीन18 ग्राम
3.कुल लिपिड (वसा)41.6 ग्राम
4.कार्बोहाइड्रेट28.1 ग्राम
5.फाइबर19.5 ग्राम
6.शुगर 2.99 ग्राम
7.कैल्शियम1440 मिलीग्राम
8.आयरन9.76 मिलीग्राम
9.मैग्नीशियम347 मिलीग्राम
10.फॉस्फोरस 870 मिलीग्राम
11.पोटेशियम719 मिलीग्राम
12.सोडियम26 मिलीग्राम
13.जिंक7.9 मिलीग्राम
14.कॉपर1.63 मिलीग्राम
15.सेलेनियम13.5 माइक्रोग्राम
16.मैंगनीज6.71 मिलीग्राम
17.विटामिन सी1 मिलीग्राम
18.विटामिन बी-60.247 मिलीग्राम
19.विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल)1.77 मिलीग्राम
20.फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड4.52 ग्राम
21.फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड5.98 ग्राम
22.फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड28.6  ग्राम

खसखस को डाइट में शामिल करने के तरीके - Ways To Include Poppy Seeds In The Diet

खसखस का उपयोग करने से पहले किसी भी पत्थर या अशुद्धियों को दूर करने के लिए उन्हें अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए।
  • ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए और स्वादिस्ट बनाने के लिए सबसे पहले खसखस ​​को गुनगुने पानी में कुछ देर के लिए भिगो रखते है। भीगे हुए खसखस ​​को अन्य मसालों के साथ पीस कर प्रयोग कर सकते है।
  • खसखस को दूध में मिलाकर पीने से ज्यादा फायदा मिलता है क्योंकि खसखस ​​और दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन होता है। खसखस को दूध में मिलाने से पहले चार-पांच घंटे के लिए पानी में भिगो देना चाहिए, इसके बाद इसे पीसकर गुनगुने दूध में मिला कर पी सकते हैं।
  • खसखस बेस्वाद होता है, लेकिन गर्म करने पर इसका स्वाद अखरोट जैसा, तीखा-मीठा होता है। भूनने या बेक करने से हल्की मीठी महक आती है, जबकि डीप फ्राई करने से खुशबूदार तेल निकलता है, जो इसे क्रंची बनाता है। आप भुनी हुई खसखस ​​को लाल मिर्च और लहसुन की कुछ कलियों के साथ पीसकर चटनी बना सकते हैं।
  • खसखस को बेकरी उत्पादों जैसे मफिन, कुकीज, ब्रेड में डाला जाता है, इन्हें सलाद और सब्जियों को गार्निश करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • टोस्ट या चीज़ को क्रंची बनाने के लिए इसे टोस्ट या चीज़ के ऊपर डाला जा सकता है।

इसके अलावा खसखस ​​का प्रयोग और भी कई व्यंजनों में किया जाता है जैसे खसखस का हलवा, सब्जी (खसखस और बेसन की सब्जी, आलू और खसखस ​​की सब्जी, खसखस ​​की सब्जी), खसखस की बर्फी, खसखस ​के गुड़ वाले लड्डू इत्यादि। 

खसखस के नुकसान - Risks and Side Effects of Poppy Seeds

  • खसखस एक विश्वसनीय विक्रेता से खरीदा जाना चाहिए क्योंकि खसखस ​​में ओपियेट्स (अफीम - नशीले पदार्थ) हो सकती है क्योंकि अफीम खसखस ​​​​के रस से बनाई जाती है, जो उन्हें निकालने के दौरान बीजों के साथ मिल सकती है। हालांकि, बाजार में आने से पहले इसे अच्छी तरह से प्रोसेस और साफ किया जाता है। यदि उन्हें ठीक से फ़ूड प्रोसेसिंग या साफ नहीं किया गया है तो खसखस में ओपियेट्स की मात्रा निश्चित रूप से हानिकारक हो सकता है। 
  • ज्यादा मात्रा में खसखस के इस्तेमाल से आपका ड्रग टेस्ट पॉजिटिव आ सकते है। आप समझ सकते है, ड्रग बॉडी के लिए कितना नुकसानदायक होता है। 
  • अनिद्रा के उपचार के लिए खसखस ​​के उपयोग पर नजर रखनी चाहिए। यह बहुत सीमित मात्रा में होना चाहिए क्योंकि आदत बनने की संभावना हो सकती है।
  • खसखस ​​अजन्मे बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को खसखस ​​का सेवन नहीं करना चाहिए।

Conclusion

खसखस ​​के बीजों का उपयोग अधिकतर मसालों के रूप में किया जाता है। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, डाइटरी फाइबर, आवश्यक विटामिन और खनिजों से भरपूर, ये बीज हृदय की समस्याओं, किडनी विकारों, नींद न आना, पाचन सम्बंधित समस्या सहित कई बीमारियों के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद हैं।

अगर आपने ध्यान से इस लेख को पढ़ा है, तो आपको "Khaskhas Ke Fayde - खसखस के फायदे", "खसखस के नुकसान" और "खसखस के पौष्टिक तत्व" से परिचित हो चुके होंगे।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1. खसखस खाने का तरीका बताइए ?

खसखस को पानी में भिगोकर कम से कम 2 घंटे के लिए छोड़ देने के बाद आप इसे मसाले के साथ पीस कर सब्जी का ग्रेवी बना सकते हैं, आप भीगे हुए खसखस ​​को पीस कर गुनगुने दूध में मिलाकर पी सकते हैं। आप खसखस ​​भूनकर चटनी बना सकते हैं, सलाद या सब्जी की गार्निश कर सकते हैं. आप इसका इस्तेमाल हलवा, बर्फी या लड्डू बनाने में कर सकते हैं। 

2. खसखस खाने से क्या नुकसान होता है?

खसखस के अत्यधिक इस्तेमाल से आपका ड्रग टेस्ट पॉजिटिव आ सकते है, नींद ज्यादा आ सकती है, आप इसके आदी बन सकते है, आपको सांस संबंधी समस्या, चक्कर या बेहोशी हो सकती है।

3. खसखस कौन सी बीमारी में काम आता है?

खसखस को संक्रमण से होने वाले खांसी, अस्थमा और दस्त का इलाज में किया जाता है। खसखस में ओपियेट्स (मॉर्फिन, कोडीन, नारकोटीन, लॉडेनिन, पैपवेरिन, ऑरिपेविन) पाया जाता है इसलिए यह व्यापक रूप से औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है जो ऐंठन, दर्द, उत्तेजना, व्यवहार परिवर्तन, नींद लाने के लिए और चिंता को दूर करने में मदद करता है।

4. क्या हम रोज खसखस ले सकते हैं?

हां, आप खसखस का इस्तेमाल रोजाना कर सकते है। आप इसका पेस्ट बनाकर एक गिलास दूध में मिला सकते हैं या खसखस ​​की चाय बना सकते हैं या खसखस ​​की चटनी बनाकर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से पाचन तंत्र को मजबूत किया जा सकता है, इसके साथ ही गैस और कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

(Disclaimer: मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी सामान्य मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। मैं इसकी पुष्टि नहीं करता। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।)


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