Safed Musli Ke Fayde। सफ़ेद मूसली के फायदे

सफेद मूसली एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधीय जडी बूटी है, इसका उपयोग सदियों से यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथी में मुख्य रूप से सेक्स सम्बन्धी समस्याओ के समाधान के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका उपयोग आर्थराइटिस, कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप, वजन बढाने, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने, स्टेमिना बढाने और शारीरिक कमजोरी को दूर करने में किया जाता है।

Safed Musli Ke Fayde

इस लेख में सफ़ेद मूसली किया है, "Safed Musli Ke Fayde - सफ़ेद मूसली के फायदे", "Safed Musli Ke Nuksan - सफ़ेद मूसली के नुकसान" और इसका उपयोग कैसे करते है, इसकी जानकारी साझा करेंगे।

सफेद मूसली किया है।What Is Safed Musli?

सफेद मूसली (Chlorophytum Borivilianum-क्लोरोफाइटम बोरीविलियेनम) ज्यादातर भारत के उष्ण कटिबंधीय जंगलो में पायी जाने वाली एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। इसे "सफेद सोना" या "दिव्य औषधि" के नाम से भी जाना जाता है। प्रायः बरसात के मौसम में यह जंगलो में अपने आप उगती है, लेकिन आज कल पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल में इसकी खेती की जाने लगी है। इसका पौधा करीब 1.5 फ़ीट लम्बा होता है। 

सफ़ेद मूसली में पाए जाने वाले पोषक तत्व।Nutrients found in Safed Muesli.

सफ़ेद मूसली में प्रोटीन, विटामिन, सैपोनिन, फ्लेवोनोइड्स, अल्कलॉइड्स, स्टेरॉयड, कार्बोहाइड्रेट, ट्राइटरपीनोइड्स, फेनोलिक एसिड, गैलो-टैनिन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, कॉपर, फॉस्फोरस, रेजिन जैसे पोषक तत्व और खनिज पाए जाते हैं। सैपोनिन, फाइबर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, रेजिन, फिनोल और म्यूसिलेज की प्रचुरता के कारण मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड (Medicinal Plants Board) ने इस जड़ी बूटी को छठे सबसे मूल्यवान पौधे के रूप में भी प्रमाणित किया है। 

आमतौर पर आयुर्वेद में सफ़ेद मूसली के जड़ें और बीजों का उपयोग किया जाता है। लेकिन प्रमुख रूप से सफ़ेद मूसली के जड़ों का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। सफेद मूसली की जड़ों में ग्लूकोज, प्रोटीन, फाइबर, अल्कलॉइड, सैपोनिन और पॉलीसेकेराइड पाए जाते हैं। सफ़ेद मूसली में सैपोनिन अधिक मात्रा  में होता है, जिनमें कामोत्तेजक, बुढ़ापा रोधी, एडाप्टोजेनिक, स्वास्थ्य-पुनर्स्थापना और स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं।

सफेद मूसली में निम्नलिखित औषधीय गुण हैं। Safed Musli Has The Following Medicinal properties 

अपने शक्तिशाली कामोत्तेजक (Aphrodisiac) गुणों के लिए प्रसिद्ध सफ़ेद मूसली में एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant), सूजनरोधी (Anti-Inflammatory), अडाप्टोजेनिक (Adaptogenic), इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory), एंटासिड (Antacid) और गैलेक्टागॉग (Galactagogue) के गुण भी होते है। 

सफेद मूसली की खुराक। Safed Musli Dosage

सफ़ेद मूसली की खुराक रोगी की उम्र, शारीरिक शक्ति और स्थिति के आधार पर सटीक चिकित्सीय खुराक एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है। इसे लेने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए क्योंकि वह रोगी की बीमारी का विश्लेषण करेने के बाद  एक विशिष्ट समय अवधि के लिए एक प्रभावी खुराक निर्धारित कर सकता है ।

आमतौर पर सर्वोत्तम परिणाम के लिए किशोरों को 1.5-2 ग्राम और वयस्कों का 3-6 ग्राम सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल दूध के साथ भोजन के 2 घंटे बाद लेने की सलाह दी जाती है। पूरे दिन के लिए अधिकतम खुराक कभी भी 12 ग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए। 


Safed Musli Ke Fayde - सफ़ेद मूसली के फायदे 

1. स्तंभन दोष के लिए सफ़ेद मूसली। Safed Musli For Erectile Dysfunction

सफ़ेद मूसली में शुक्राणुजन्य गुण होते हैं और यह शुक्राणु की गुणवत्ता के साथ-साथ शुक्राणुओं की संख्या में बृद्धि करने में मदद करता है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी सुधार करता है जो लंबे समय तक इरेक्शन के लिए जननांगों में रक्त परिसंचरण (Blood Circulation) को बढ़ाता है। इस प्रकार यह पुरुष बांझपन (Impotence) और स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction) या (सेक्स के दौरान लिंग में उत्तेजना या तनाव की कमी)  जैसे अन्य यौन विकारों में प्रभावी हो सकता है। 

2.शीघ्रपतन रोकने के लिए सफ़ेद मूसली। Safed Musli To Stop Premature Ejaculation 

ख़राब लाइफस्टाइल के और मानसिक स्ट्रेस के कारण शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) की समस्या आज कल आम हो गई है, बहुत सारे लोग इस समस्या से ग्रसित है लेकिन किसी से शर्म के कारण शेयर नहीं करते है , उन लोगो के लिए सफ़ेद मूसली फायेदेमंद साबित हो सकता है। 

3. यौन प्रदर्शन में सुधार के लिए सफ़ेद मूसली। Safed Musli For Improving Sexual Performance

सफेद मूसली कामेच्छा बढ़ाकर यौन प्रदर्शन में सुधार करने में मदद करता है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में सहायक है। एक अध्ययन में कहा गया है कि सफ़ेद मूसली का उपयोग शीघ्रपतन को रोकने के साथ-साथ शुक्राणुओं की संख्या में बृद्धि के लिए भी किया जा सकता है। एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि यह शक्ति (Strength) और आंतरिक बल (Stamina) को भी बढ़ने में मदद करता है। इस प्रकार, सफ़ेद मूसली का उपयोग एक अच्छे कामोत्तेजक और पुनरोद्धार (Revitalization) एजेंट के रूप में किया जाता है। 

4. वजन नियंत्रित रखने के लिए सफ़ेद मूसली। Safed Muesli For Weight Control

सफ़ेद मूसली कुपोषित या कम वजन के व्यक्ति के लिए फायदेमंद हो सकता है। सफ़ेद मुसली में स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्वों की प्रचुरता इसे कुपोषण से पीड़ित लोगों के लिए पोषण प्रदान करने के लिए एक उपयुक्त विकल्प है। इसलिए, वजन बढ़ाने और मांसपेशियों में सुधार करने के लिए, हर रात सोने से पहले दूध के साथ एक चम्मच मूसली का सेवन कर सकते हैं। यदि आप वजन कम करना चाहते है तो आप गर्म पानी के साथ आधा चम्मच सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल कर सकते है। 

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5. चिंता और अवसाद दूर करे सफेद मूसली। Safed Musli To Relieve Anxiety And Depression

सफेद मूसली में एडाप्टोजेनिक या एंटी-स्ट्रेस गुण होते है जो तनाव को काम करने के अलावा विभिन्न प्रकार की मानसिक समस्याओं जैसे अवसाद, पागलपन आदि के उपचार में बेहद उपयोगी हैं। यह शरीर में वात और पित्त दोष को सामान्य करता है जो बदले में सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर को नियंत्रण में रखता है और चिंता के विभिन्न लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो शरीर में मुक्त कणों (Free Radicals) को कम करने और ऑक्सीडेटिव तनाव संबंधी (Oxidative Stress-Related) बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता हैं।

6. कैंसर से बचाव में सफेद मूसली। Safed Musli In Cancer Prevention 

सफ़ेद मूसली में कुछ रसायन, जैसे स्टेरायडल ग्लाइकोसाइड (Steroidal Glycosides), में कैंसर रोधी गुण होते हैं। इसके अलावा सफ़ेद मूसली में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) का गुड़ होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शरीर को कैंसर, संक्रमण या अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकता है। यदि कैंसर के विकास की शुरुआत में सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल किया जाये, तो यह कैंसर सेल को बढ़ने से रोकने में सहायक हो सकता है।

7. मधुमेह को कम करे सफ़ेद मूसली। Safed Musli Reduces Diabetes

सफेद मूसली में हाइपोग्लाइकेमिक (Hypoglycaemic) गुण मौजूद होता है जो शरीर के रक्त शर्करा (Blood Sugar) के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट भी होता हैं, जो अग्न्याशय (Pancreas) को स्वास्थय रखने में मदद करता है। अग्न्याशय (Pancreas) की  कोशिकाएं, जो इंसुलिन के उत्पादन में मदद करती हैं, मूसली के सेवन में अत्यधिक सक्रिय हो जाती हैं। यह स्टार्च को ग्लूकोज में टूटने को कम करने में भी मदद करता है जिससे शरीर में रक्त शर्करा (Blood Sugar)  का स्तर कम हो सकता है। हालांकि, मनुष्यों में रक्त शर्करा (Blood Sugar) के स्तर पर इसका उल्लिखित लाभों को सत्यापित करने के लिए पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं है, अभी इसके लाभ के बारे में और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।

8. गठिया का इलाज में सफ़ेद मूसली। Safed Musli In The Treatment Of Arthritis

उम्र के साथ होने वाले हड्डियों और जॉइंट में दर्द होना आम बात है। सफ़ेद मूसली में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-अर्थराइटिक गुणो की प्रचुरता इसे गठिया के कारण होने वाले दर्द और सूजन से राहत प्रदान करने के लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।

9. पाचन क्रिया को बढ़ाये सफ़ेद मूसली। Safed Muesli Improves Digestion 

एडाप्टोजेनिक (Adaptogenic) गुणों के अलावा, सफ़ेद मूसली में उत्कृष्ट पाचन गुण भी होते हैं। सफेद मुसली की जड़ों के ऐंटीफ्लैटुलेंट (Anti-flatulent) गुण आहार नली में गैस बनने को कम करता हैं। इसकी जड़ के चूर्ण में फाइबर की प्रचुरता इसे कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक प्रभावी उपाय बना सकती है। इस जड़ी-बूटी का एंटासिड (Antacid) गुण पेट में अत्यधिक एसिड के निर्माण को रोकता है जिससे अपच, अल्सर, गैस्ट्राइटिस का इलाज होता है और शरीर में पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को बढ़ावा मिलता है।

10. दस्त के उपचार में सफेद मूसली। Safed Musli In The Treatment Of Diarrhoea

सफेद मूसली एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-डायरिया गुणों से भरपूर होता है, इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर आंतों से बैक्टीरिया को ख़त्म करने के लिए उपयोग किया जाता है जो दस्त और अन्य आंतों के संक्रमण का कारण बनता है। सफेद मूसली के जड़ का चूर्ण न केवल शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है बल्कि प्रभावी रूप से मल की बारंबारता को भी कम करता है।

11. मूत्र संबंधी विसंगतियों को दूर करे सफ़ेद मूसली। Safed Musli Removes Urinary Anomalies

सफ़ेद मूसली का उपयोग मूत्र संबंधी विकारों जैसे बार-बार पेशाब होना, दर्दनाक पेशाब या पेशाब करते समय जलन के इलाज के लिए भी किया जाता है। सफ़ेद मूसली का पाउडर गाय के दूध के साथ लेने से पेशाब के दर्द और पेशाब की जलन को कम करता है। इसके अतरिक्त जिन महिलाओं को ल्यूकोरिया या सफ़ेद पानी की समस्या है उनके लिए सफ़ेद मूसली फायदेमंद हो सकता है। 

12. स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सफेद मूसली। Safed Musli For Lactating Mothers

सफ़ेद मूसली एक शक्तिशाली गैलेक्टागॉग के रूप में जाना जाता है, स्तन ग्रंथियों से दूध के स्राव को बढ़ावा देने के लिए सफ़ेद मूसली जड़ के पाउडर और मूसली पाक दोनों का उपयोग स्तनपान कराने वाली महिलाओं में बड़े पैमाने पर किया जाता है। एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच मूसली पाउडर, एक चम्मच जीरा और चीनी मिला कर रोजाना सोने से पहले ले, इससे ब्रेस्‍ट में दूध बढ़ने लगेगा। 

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Safed Musli Ke Nuksan - सफ़ेद मूसली के नुकसान

1. वजन बढ़ना। Weight Gain

एक मजबूत जड़ी बूटी होने के नाते, सफ़ेद मूसली को निर्धारित मात्रा से ज्यादा लेने पर वजन बढ़ सकता है।

2. भूख में कमी। Loss Of Appetite 

बड़ी मात्रा में पाउडर के नियमित सेवन से बाद में भूख में कमी हो सकती है। 

3. कफ का बढ़ना। Increase In Phlegm 

सफ़ेद मूसली का अत्यधिक सेवन वात, पित्त और कफ को असंतुलित कर सकता है। इससे शरीर में कफ बढ़ सकता है और कफ से संबंधित परेशानी होने की संभावना बढ़ सकती है।

4. पाचन संबधी समस्या। Digestive Problems  

खराब पाचन (Poor Digestion) या यकृत विकारों (Liver Disorders) से पीड़ित लोगों को निश्चित रूप से सफ़ेद मूसली को लेने से पहले योग्य चिकित्सक से स्थितियों के बारे में बताना चाहिए और चिकित्सीय सलाह लेना चाहिए क्योंकि यह चिपचिपा, तैलीय और भारी गुण वाला होता है, इस जड़ी बूटी को पचाना मुश्किल होता है।

5. गर्भावस्था और स्तनपान। Pregnancy And Lactation 

गैलेक्टागॉग गुणों से भरपूर, यह जड़ी बूटी ब्रेस्‍ट में दूध बढ़ाने में फायदेमंद है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं पर इसके असर को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसलिए, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं का इसको लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

Conclusion

अगर आपने ध्यान से इस लेख को पढ़ा है, तो आप "सफेद मूसली के फायदे। Safed Musli Ke Fayde" और नुकसान से परिचित हो चुके होंगे। अब आप अपने जरूरत के हिसाब से सफ़ेद मूसली को इस्तेमाल कर सकते है। अगर किसी तरह के समस्या होती है तो आप किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श  ले सकते है। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. सफेद मूसली कितने दिन में असर दिखाती है?

आधा चम्मच मूसली पाउडर को दूध में मिलाकर एक हफ्ते तक लगातार इस्तेमाल करने से यह अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। लेकिन शुक्राणुजनन में लगभग 2½ से 3 महीने लग सकता हैं। 

2. सफेद मूसली दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है?

सफेद मूसली दूध में मिलाकर पीने से शरीर को भरपूर रूप से ऊर्जा प्राप्त होता है। इस मिश्रण के पीने से न सिर्फ शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है, बल्कि यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ने में मदद कर सकता है। यह पुरुषों के शरीर की कमजोरी को दूर करके यौन क्षमता को बढ़ने में मदद करता है।

3. सफेद मूसली सेक्स में क्या काम आती है?

सफेद मूसली कामेच्छा बढ़ाकर यौन प्रदर्शन में सुधार करने में मदद करता है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में सहायक है। एक अध्ययन में कहा गया है कि सफ़ेद मूसली का उपयोग शीघ्रपतन को रोकने के साथ-साथ शुक्राणुओं की संख्या में बृद्धि के लिए भी किया जा सकता है।

4. सफेद मूसली कब तक खाना चाहिए?

बेहतर परिणाम के लिए आप कम से कम 2-3 महीने तक सफेद मूसली का इस्तेमाल जारी रख सकते हैं।

5. क्या सफेद मूसली गर्मी में खा सकते हैं?

सफेद मूसली तासीर ठंडी होती है, आप गर्मी में भी सफ़ेद मूसली को इस्तेमाल कर सकते हैं।

6. क्या सफेद मूसली का कोई साइड इफेक्ट होता है?

यदि आप अधिक मात्रा में मूसली पाउडर को इस्तेमाल करते है तो आप का भूख के कमी, पेट की गड़बड़ी , पाचन सम्बन्धी समस्या, कफ की समस्या और वजन की बढ़ोतरी हो सकती है। 

7. सफेद मूसली की तासीर क्या होती है?

सफेद मूसली तासीर ठंडी होती है।

8.क्या रात में दूध के साथ मूसली खा सकते हैं?

जी है, आप सफ़ेद मूसली का सुबह और शाम दोनों टाइम ले सकते है।



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